Posts

Showing posts from May, 2021

दरबार-ए-आशिकी

Image
दरबार-ए-आशिकी प्यार करने वाले जरा सोच के करियो , पाना ही प्यार नहीं , अपना लिया उसने तो किस्मत में जीत उसकी , और ना अपनाया तो तेरी हार नहीं l तुम्हे मांग के खुदा से , ना जाने हमने ऐसा क्या मांग लिया , रूठा है वो तबसे ही हमसे ऐसे , जैसे जहां उसका हमने सारा मांग लिया l बातें कुछ अनकही रह गई , मुलाकाते कुछ अधूरी रह गई , कहना तो हम भी उनसे बहुत कुछ चाहते थे , कुछ वो सुन न पाए और , कुछ कहने में ही हमसे देरी हो गई l अब तो बस एक ही ख्वाइश है के , वो सामने तो हो पर सामना ना हो , हमें उनसे प्यार तो हो पर इक़रार ना हो l हम प्यार उन्ही से करते हैं जिन्हे बता नहीं पातें , और जिन्हे बता दे   हाल-ए-दिल मोहब्बत अपनी , फिर वो हमें अपना   नहीं पातें  l उनके हाथो में हमने अपनी लकीरे देखि , उनके चेहरे पे अपनी मुस्कान , उनको दिल में हमने कुछ इस क़दर हैं बसा लिया , ना हो समझ पाए ना भगवान् l दिल्ली ने हमें कुछ इस क़दर हैं गले लगाया , दिल्लगी की हमने दिल्ली में , और दिल्ली में ही अपना दिल हैं गवाया l एक शक्श था जिसको मैंने जाना थोड़ा पहचाना , चम...

हलके फुल्के - विचार

Image
  हलके फुल्के – विचार लोग कहते हैं प्यार से मीठी कोई चीज़ नहीं होती , पर कम्बख्त वो ये क्यों भूल जाते हैं , के मौत तो डाइबटीज से भी होती हैं l दिल भरा था तो कोई सुनने वाला नहीं था , अब लोग पूछते हैं के बात क्या हुई l बहुत जल्दी बदलते हैं लोग इस दुनिया में , बहुत वक़्त लगता हैं लोगो की यहाँ फितरत समझने में l कुछ लोग प्यार को अपनी ज़िन्दगी बना लेते हैं , और उन्हें जैसे ही अपने प्यार से प्यारी कोई और मिले , उसे अपना बना लेते हैं l हम साथ थे उनके कुछ इस वजह से , के वो बस वजह पूछते रह गए , और हम साथ निभाते रह गए l धन्यवाद्!

शेर-ओ-शायरी

Image
  शेर-ओ-शायरी दुआएं जो मैं मांगता था वो कबूल हो गई , दुआएं जो मैं मांगता था वो कबूल हो गई , ऐ खुदा तूने तो पूरी करदी दुआ , पर लगता है मांगने में ही  मुझसे  कोई भूल हो गई l बताना चाहते हैं हाल-ऐ-दिल हम भी अपनी मोहब्बत उनसे , पर कभी बता न पाते हैं , जिनके पैरो को छु के मिलती हैं जन्नत हमे , हम दिल में तो उनके लिए भी ख्वाशिए हज़ारो रखते हैं , पर कभी अपने लफ्ज़ो पे ला ना पाते हैं l जी तो रहे हैं हम अपनी ये ज़िन्दगी , पर तन्हाई के आलम में , रिश्तो में रोज़ आती हैं दीवारे कुछ इन्ही आलम में , पर अब क्या करे और कैसे ना जीए , सोचा था कभी ख़ुशी देगी तो कभी ग़म , पर बेदर्द ही बन कर रह गई हैं अब ये ज़िन्दगी l बहुत से पहलु हैं इस छोटी सी दुनिया के लिफाफे में ,   बहुत से आंसू हैं उन हसने वाले नौजवानो में ,   बहुत कुछ सह रहे हैं वो जो कुछ कह नहीं पातें , बहुत कुछ कहना चाहते है वो भी जो बोल नहीं पातें l धन्यवाद्!